Gurugram News Network- गुरुग्राम के नामी अस्पताल मेदांता में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक व्यक्ति ने अस्पताल में बम रखे होने की सूचना प्रबंधन को दी। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस के साथ ही बम निरोधक दस्ता व डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंचा। घंटो तक चली जांच के बाद जब कुछ नहीं मिला तो पुलिस ने राहत की सांस ली।
पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि 15 जून की देर शाम को अस्पताल के लैंडलाइन पर फोन आया था। अस्पताल से जैसे ही यह सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस हरकत में आ गई और जांच शुरू कर दी। इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण अस्पताल में भर्ती मरीजों व उनके परिजनों की सुरक्षा थी। अस्पताल में मौजूद मरीज के परिजनों को बाहर किया गया और पुलिस की अलग-अलग टीमों ने जांच शुरू कर दी। जांच के बाद जब कुछ नहीं मिला तो राहत की सांस ली गई।
पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि अस्पताल में जसविंद्र सिंह नामक व्यक्ति ने फोन कर बम होने की सूचना दी थी। जांच के दौरान पाया गया कि जसविंद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले का रहने वाला है और वह मानसिक रोगी है। मानसिक रूप से बीमार होने के कारण उसका वर्ष 2014 से 2020 तक मेदांता अस्पताल में ही इलाज चला था। ऐसे में उसे अस्पताल का लैंडलाइन नंबर मिल गया जिस पर उसने कॉल कर बम होने की बात कह दी।